ग्वार पाठे के स्टैब्लाईजड एलो वेरा जेल मे निम्न तत्व पाए जाते है :-
1-लिगनिन :- शरीर के अन्दर बहुत तेजी से अन्दर तक चला जाता है ।
2-सेपोनिन :- वानस्पतिक साबुन है ( वेजिटेबल कटर ) सेपोनिन लिगनिन के साथ मिलकर टोक्सिन के नीचे तक चला जाता है तथा वहां से उन्हे साफ़ कर देता है ।
3-एन्थर्क्येनिनस:- यह आसानी से हमारे पाचन तन्त्र के द्वारा सोख लिया जाता है । यह हमारे पाचन तन्त्र मे जाकर अति सुक्ष्म कीटाणुओं व दर्द को खत्म करने मे मदद करता है । इनमे आलाहिन एवं इमोडिमो नामक तत्व होते है जो प्राकृतिक दर्द निवारक के रुप मे काम करते है , जो काफ़ि महत्त्वपूर्ण है । यह एन्टी बायटिक, एन्टी पियोरेटिक, एन्टि पायर्टिक , एन्टी एलर्जिक , एन्टी फ़न्गल ,एन्टी इन्फ़लेमेंट्री , एन्टी सेपटिक के रुप मे राहत पहुंचाते है । यह एक एन्जाइम्स का समूह है ।
4-विटामिन :- विटामिन हमारे पाचन के लिए अति आवश्यक तत्व है । यह हमारे मैटाबालिज्म को स्वस्थ रखने मे मदद करते है । एलोवेरा मे लगभग सभी विटामिन पाए जाते है । विटामिन ए (बीटाकेरोटिन) ,सी एवं ई के अलावा इसमे विटामिन बी१२ भी पाया जाता है । जो काफ़ी कम पौधो मे पाया जाता है । विटामिन-बी १२ शाकाहारियों के लिए अति आवश्यक है ।
5-एन्जाईम :- हमारे शरीर मे यह भी महत्त्वपूर्ण तत्व है जो हमारे शरीर की किसी भी क्रिया के लिए आवश्यक है । यह एक तत्व को एक जगह से दूसरी तक ले जाने का कर्य करते है । यह हमारे शरीर मे उत्प्रेरक का काम करते है । एलोवेरा मे नौ प्रकार के महत्त्वपूर्ण एन्जाईम होते है ।
6-मिनरल :- हमारे शरीर मे विटामिन के साथ मिलकर हमारे शरीर के विकास ,वृद्धि व उसको बनाए रखने मे अति महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते है । मिनरल वह माहौल तैयार करते है जिनमे विटामिन बेहतर काम कर सके । एलो वेरा मे मुख्य रुप से कैल्शियम , फ़ास्फ़ोरस ,पोटेशियम ,आयरन ,सोडियम ,क्लोरिन , मैंग्नीज , मैग्नीशियम कोपर , क्रोमियम ,जिन्क आदि पाये जाते है ।
7-लिपिड :- इसमे मोनो व पोलीसेकाराईड पाई जाती है । यह हमारे शरीर के ईम्यून सिस्ट्म को ठीक रखने तथा निर्विषिकरण मे सहायक है । कुछ पोलीसेकराईड सेल के अन्दर एक लाइन बना लेती है तथा विजातीय तत्वों को आने से रोकने का काम करती है । इन्हें इम्यूनोडिलेटर भी कहते है ।
8-फ़ैटी एसिड :- एलोवेरा मे cholesterol, conpeteol ,B .sirostero और lupeol फ़ैटीएसिड पाये जाते है । यह एन्टी इन्फ़ेलेनेटरी एजेन्ट के रुप मे काम करते है ।
9-Salicyclic acid :- एलोवेरा मे पाया जाने वाला यह तत्त्व एस्प्रीन की तरह होता है । यह एन्टी इन्फ़ेलेमेटरी व एन्टी बैक्टीरियल होता है ।
10-अमिनो एसिड :- अमिनो एसिड हमारे शरीर मे बिल्डिन्ग ब्लोक की तरह काम करता है । हमारे शरीर की सभी कोशिकाएं प्रोटीन की बनी है तथा इसमे काफ़ी तरह का प्रोटीन लगा है । हमारे शरीर मे २२ तरह के अमिनो एसिड की आवश्यक्ता होती है जो कि नाना प्रकार के प्रोटीन बनाने मे सक्षम है । इन २२ अमिनो एसिड मे ८ जरुरी होते है तथा १४ गैर जरुरी होते है । एलोवेरा जेल मे लगभग सभी पाये जाते है । एलोवेरा जेल अपने आप मे एक चमत्कार है । यह एक एन्टी सेप्टिक ,एन्टी फ़न्गल, एन्टी बैक्टिरियल ,एन्टी वायरल है तथा एन्टी बायटिक है । यह कोशिकाओं की मरम्मत करने तथा उसको स्वस्थ रखने मे काफ़ी मदद करता है । डा. लाइनस पौलिंग इंस्टिट्यूट ओफ़ साइंस एण्ड मेडिसन – पोलो आलो यूनिवर्सिटी ओफ़ ओक्लाहोमा मे तथा ओक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी ( डा.पीटर आथरटन) मे आज भी एलोवेरा पर रिसर्च हो रहा है ।हजारों यूनिवर्सिटीयों मे आज भी इस पर रिसर्च हो रही है ।
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