अब तक दादी-नानी व ग्रामीण इलाके के बड़े बुजुर्गों के घरेलु नुस्खों के तौर पर इस्तेमाल किये जाने वाले रसोई घर के मसालों में औषधीय गुणों को वैज्ञानिकों ने भी मान्यता दे दी है |
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न प्रयोगों से यह साबित हो गया है कि मसालों और जड़ी-बूटियों में कैंसर, मधुमेह, रक्तचाप और याददाश्त को दुरुस्त करने से लेकर जुकाम तक का इलाज करने के गुण विद्यमान है | ओहायो स्टेट युनिभर्सिटी मेडिकल सेंटर फॉर इंटीग्रेटिव मेडिसिन के मेडिकल डायरेक्टर " एम.डी : ग्लेन ऑकरमैन और चीनी औषधि विज्ञानं ने भी इन बातों कि पुष्टि की है कि मसाले और जड़ी-बूटियां कई असाध्य रोगों का इलाज करने की ताकत रखते है |
सब्जियों में तडका लगाने के लिए बहुतायत से इस्तेमाल होने वाले जीरे में कैंसर की रोकथाम करने की ताकत है | इस मसाले में करक्यूमिन एंजायम मौजूद रहता है जो कैंसर के ट्यूमर को नई रक्त शिराओं का विकास करने से रोकता है | दी एसेंशियल बेस्ट फ़ूड की लेखक दाना जाकोबी ने ऑकरमैन के हवाले से बाताया की मितली की शिकायत होने पर अदरक रामबाण औषधि का काम करती है |
इसा पूर्व चौथी सदी में चीनी चिकत्सा दस्तावेजों में भी बीमारी के इलाज़ में अदरक की महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने का उल्लेख मिलता है और आधुनिक चिकित्सा अध्ययनों ने अदरक के इन गुणों को साबित किया है | चिकत्सकों का कहना है की अदरक में एक ऐसा तत्व मौजूद होता है जो शरीर में उस नर्व को बंद कर देता है जो मितली आने की सुचना तंत्रिका तंत्र को देता है |
इसी प्रकार तुलसी के पौधे में एंटीओक्सिडेंट गुण बहुतायत में होते है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाते है | गरम मसाले में पड़ने वाली दालचीनी में एक ऐसा तत्व पाया जाता है जो कोशिकाओं को इंसुलिन के प्रति प्रतिक्रिया करने में मदद करता है | इसके परिणामस्वरूप ब्लडशुगर में 18 से 20 प्रतिशत की कमी आती है |
इसी प्रकार जायफल ब्लडप्रेशर को कम करने, लौंग जोड़ों के दर्द को कम करने तथा हल्दी शरीर के फोड़े-फुंसी की टीस को कम करने और अजवायन कफ को कम करने में मददगार होती है |
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अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !
1 comments
इसी प्रकार तुलसी के पौधे में एंटीओक्सिडेंट गुण बहुतायत में होते है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाते है |
@ तुलसी के ओषधिय गुणों को देखकर ही हमारे पूर्वजों ने इसको संरक्षण देने के उद्देश्य से धर्म से जोड़ दिया ताकि हर घर में तुलसी का पौधा रहे और परिवार को बिमारियों से बचाता रहे पर अफ़सोस हम तुलसी के ओषधिय गुणों का फायदा उठाने के बजाय तुलसी को धुप बत्ती कर सिर्फ पूजते रहते है |
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