" "यहाँ दिए गए उत्पादन किसी भी विशिष्ट बीमारी के निदान, उपचार, रोकथाम या इलाज के लिए नहीं है , यह उत्पाद सिर्फ और सिर्फ एक पौष्टिक पूरक के रूप में काम करती है !" These products are not intended to diagnose,treat,cure or prevent any diseases.

Aug 21, 2010

फल और मधुमेह

कुछ लोगों का ख्याल है की मधुमेह के रोगियों को कोई भी फल नहीं खाना चाहिए | दरअसल, मधुमेह के रोगियों को रेशेदार फल, जैसे तरबूज, खरबूजा,पपीता और स्ट्राबेरी आदि खाने चाहिए | इन फलों से रक्त शर्करा स्तर नियंत्रित होता है | अपने कम ग्लैसेमिक सूचकांक के कारण इन फलों से धीरे-धीरे शर्करा स्तर बढ़ता है और इससे मधुमेह के रोगियों को काफी लाभ होता है | मौसमी भी बहुत फायदेमंद है क्योकि इसमें मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत सारे खनिज और विटामिन होते है |

मधुमेह के रोगियों को फलों का रस नहीं पीना चाहिए क्योंकि इसमें चीनी या चीनी से बनी चाशनी मिलाई जाती है | इसके अलावा एक ग्लास जूस बनाने में ढेर सारे फल की जरुरत पड़ती है | जूस बनाने में फल का गुदा हट जाता है जिसमे लाभकारी रेशे होते है | सिर्फ आम, सीताफल, चीकू, केले और अंगूर जैसे फल नहीं लेने चाहिए क्योंकि इनसे रक्त शर्करा का स्तर लम्हे अरसे के लिए बढ़ जाता है | इसी वजह से पिंडखजूर और सूखे मेवे भी नहीं लेने चाहिए |


अध्ययन बताते है की ब्लूबेरी ( करौंदा ), अन्नानास, नाशपाती जैसे 75 ग्राम फल आपको 10 ग्राम कार्बोहायड्रेटस देते है | सौ ग्राम अमरुद, मौसमी, आडू, स्ट्राबेरी, पपीता आदि भी 10 ग्राम कार्बोहायड्रेटस देते है | नारियल, रसभरी, गुजबेरी आदि के 150 ग्राम से भी 10 ग्राम कार्बोहायड्रेटस मिलते है |

फलों में शर्करा फ्रक्टोज के स्वरुप में रहती है | मधुमेह के रोगियों के लिए यह एक अतिरिक्त लाभ है क्योंकि फ्रक्टोज की मेटाबोली के लिए इंसुलिन की जरुरत नहीं पड़ती , लिहाजा उसे भली-भांति बर्दाश्त कर लिया जाता है | फल में विटामिन, खनिज और रेशे होते है जिन्हें किसी भी स्वास्थ्यकारी आहार में होना चाहिए | रसदार ( Citrus ) फलों में मौजूद मैग्नेशियम इंसुलिन का एक महत्वपूर्ण तत्व है |


आनार और मैंगोस्टीन में रक्त शर्करा घटाने की क्षमताये है | मधुमेह के रोगियों में इंसुलिन के लिए प्रतिरोध उत्पन्न हो जाता है |
मैंगोस्टीन इस प्रतिरोध को मद्धिम करने और पूर्णतया रोक देने में खास भूमिका निभाता है | रक्त शर्करा की उंच-नीच को घटाकर यह उसे नियंत्रित करता है और मधुमेह के रोगियों में बार-बार संदुष्ण होने की संभावनाए घटाता है |

जब पोमेस्टीन के इस्तेमाल से ग्लूकोज के लिए कोशिकाओं का प्रतिरोध समाप्त हो जाता है
, तो कई मामलों में रक्त शर्करा का स्तर खासी मात्रा में गिर जाता है | लेकिन अधिकांश मामलों में रक्त शर्करा स्तर में कमी कई दिनों या हफ़्तों के बाद ही देखने में आती है | मधुमेह के रोगी का वजन घट जाता है क्योंकि इसकी वजह से न तो भूख में बढ़त होती है और न ही शरीर में तरल पदार्थ रुकते है ( Fluid Retention ) होता है |

तजुर्बे से पता लगता है की पोमेस्टीन से टाइप-2 मधुमेह से उन रोगियों में प्रभावकारी रूप से रक्त शर्करा नियंत्रित हो जाती है, जिनका पैक्रियास थोड़ी-बहुत इंसुलिन पैदा करता रहता है | इसमें क्षमता है की यह शरीर के उतकों में इंसुलिन के लिए पैदा हो गए प्रतिरोध को घटा सकता है | परिणामस्वरूप शर्करा नियंत्रण क्षमता बढ़ जाती है | चुकी टाइप-2 मधुमेह की कई दशाएं होती है, इसलिए इसके रोगियों को सिर्फ 15 एमएल पोमेस्टीन प्रतिदिन से शुरुआत करनी चाहिए | एक महीने बाद इसकी खुराक बढ़ाई जा सकती है , तब तक रक्त शर्करा में होने वाली उंच-नीच में खासी कमी नजर आने लगेगी |

टाइप-1 मधुमेह के रोगी शायद शर्करा का घटना कम अनुभव करें, लेकिन उन्हें भी पोमेस्टीन के इस्तेमाल से एंटीओक्सिडेंट के महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होंगे | मधुमेह से होने वाली अधिकाँश क्षति स्वतंत्र कोशिकाओं से होती है और पोमेस्टीन के एंटीओक्सिडेंट इन्हें निष्क्रिय बना सकते है |


जड़ी बूटी सम्बन्धी उपचार :-
1 .एलो वेरा जेल :- पैंक्रियास की कोशिकाओं को नवजीवन, शर्करा स्तर को कम करने में सहायक |
2 .बी पोलेन :- इसमें मौजूद पेनेडियम इंसुलिन के क्रियाकलाप के लिए जरुरी होता है , इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन और प्रोटीन है|
3 .फील्ड्स ऑफ़ ग्रीन :- इसमें मौजूद मैग्नेशियम इंसुलिन के क्रियाकलाप के लिए जरुरी होता है, मेताबोली को संतुलित करता है |
4 .जिनचिया :- उर्जाकारक,चंगेपन का अहसास,इंसुलिन जैसे क्रियाकलाप के लिए एडेप्तोजेन होता है , कोलेस्ट्रोल में कमी लाता है |
5 .पोमेस्टीन पावर :- शक्तिशाली एंटीओक्सिडेंट, रक्त में शर्करा स्तर की तेजी से होने वाली घटत-बढ़त को कम करता है , जटिलताओं की रोकथाम कर उन्हें घटाता है |

6 .नेचर मीन :- उपयुक्त शारीरिक क्रियकलाप के लिए जरुरी , मधुमेह के पुराने मरीजों को खनिजों का अभाव हो सकता है जिसके लिए यह लाभदायक है |


For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com
एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !
ऑपरेशन कनखजूरा !

1 comments

Daisy May 31, 2021 at 5:53 PM

Send best online birthday gifts to India for your loved ones !

Connect with the best packers and movers in bangalore online for safe shifting.

Post a Comment