" "यहाँ दिए गए उत्पादन किसी भी विशिष्ट बीमारी के निदान, उपचार, रोकथाम या इलाज के लिए नहीं है , यह उत्पाद सिर्फ और सिर्फ एक पौष्टिक पूरक के रूप में काम करती है !" These products are not intended to diagnose,treat,cure or prevent any diseases.

Jan 30, 2012

सर्दियों की खुबसूरत सौगात है शहद व उनके खास पौष्टिक पूरक !


आज एक बार चर्चा करते है मधुमक्खियाँ से बना हुआ उत्पाद और उनके फायदे ! शुरुआत करने से पहले आइये जानते है वो अपना छत्ता किस प्रकार से बनाती है ! अक्सर आपने देखा होगा की वो अपना छत्ता किसी ऊँची चट्टानी दरार या पेड़ की ऊँची डाली पर बनाती है ! ऐसे जगह से शहद लाना जोखिम भरा होता है और जरुरी नहीं है कि हर बार शहद मनचाही मात्रा में मिलेगा ही ! इसलिए आजकल व्यवसाय करने वाले लोग अपने फार्म हाउस या घरों में पालतू बनाकर शहद पाने का इन्तेजाम कर लेते है !

चुकी मधुमक्खी एक सामाजिक किस्म का कीट है और यह अपने समूह में रहना पसंद करती है ! इनकी सामाजिक व्यवस्था में एक रानी मक्खी और शेष उसके साथ रहने वाली श्रमिक मधुमक्खियाँ होती है ! रानी मधुमक्खी जहाँ कहीं भी बसेरा बनाती है, सारे मधुमक्खियाँ उसी जगह छत्ता बना लेती है ! इसी वजह से मधुमक्खी पालक रानी मधुमक्खियों को लकड़ी के आरामदेह छत्तेनुमा डिब्बा में रख देते है और कुछ ही समय में यह डिब्बे शहद इकट्ठे करने वाले श्रमिक मधुमखियों से भर जाते है !

हमारी कम्पनी यानि फॉर एवर लिविंग प्रोडक्ट्स के पास हजारों एकड़ प्रदूषित रहित जमीन पर दबाई वाली पौधों को लगाकर मधुमक्खियाँ को पालन का काम किया जाता है ! इसलिए आज हम दुनिया का सबसे बड़ा वितरक है दोनों ही एलोवेरा व मधुमक्खियो के उत्पाद में !!

मधुमक्खियों की पिछली टांगो पर डलिया और बाकि टांगो पर रोयों की ब्रशनुमा संरचना होती है ! जब मधुमक्खी किसी फूल पर बैठती है, तब यह ब्रश से झाड कर इसके परागकण अपने डलिया में भर लेती है ! परागकण का उपयोग मधुमक्खी अपनी छत्ते में पल रहे शिशु के लिए करती है, यह एक विशेष प्रकार की बेबी फ़ूड है !

इसमें मौजूद 22 प्रकार के पौषक तत्व है,जो एक संतुलित स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है ! 35 ग्राम परागकण प्रतिदिन लेने से शरीर में प्रोटीन की मात्रा पूर्ति हो जाती है ! 28 प्रकार के मिनरल्स शारीर में पाए जाते है जिसमे 14 जरुरी माना जाता है परन्तु ( pollen ) में 28 के 28 सभी मिनरल्स पाए जाते है इसलिए इसे मानव जाती के लिए सम्पूर्ण आहार माना गया है !


रानी मधुमक्खी केवल शहद बनाने वाली श्रमिक मधुमक्खियों का नेतृत्व ही नहीं करती बल्कि छत्ते की आबादी भी बढ़ाती है ! यह लगभग 3500 अंडे प्रतिदिन देती है और एक बार शुरू हो गया तो लगातार कई सप्ताहों तक जारी रहती है ! इन्हीं अन्डो से नई श्रमिक मधुमक्खियाँ तैयार होती रहती है ! इस तरह से जहाँ श्रमिक मधुमक्खियाँ 7 सप्ताह में मर जाती है वहीँ रानी मधुमक्खियाँ की उम्र लगभग डेढ़ से 2 साल तक की होती है !
श्रमिक मधुमक्खियाँ अपनी लाये गए परागकण में एक एंजाइम मिलाकर खास प्रकार की गोली तैयार करती है जो रानी मधुमक्खियों की आहार होती है जिसे हम रोयाल जेली ( Royal Gelly ) कहते है ! इसे खाकर रानी मधुमक्खियाँ की अंडे देने की क्षमता बढ़ जाती है !

अतः इसका इस्तेमाल शारीरक व मानसिक कमजोरी , सेक्सुअल कमजोरी लोगो व स्किन के समस्या , बालों की समस्या, घुटने की दर्द, ट्यूमर, कोलेस्ट्रोल, अस्थमा,और खिलाडियों के लिए बहुत ही बेहतरीन उत्पाद है !



छत्ते में जो उजला गोंद के तरह होता है वह बहुत ही खास प्रकार के तत्व है ! एक शोध से पता चला है की अगर माँ के गर्भ के बाद कोई सबसे ज्यादा सुरक्षित स्थान है तो वह है मधुमक्खी का छत्ता जहाँ किसी भी प्रकार का कोई फंगस, या किसी भी प्रकार का कोई घुसपैठ नहीं हो सकता है ! छते के चारों ओर एक विशेष प्रकार का उजला गाढ़ा आवरण चढ़ा होता है जो एंटी बायोटिक, एंटी फंगल, और उसमे कई प्रकार की एंटी प्रोपर्टी पाए जाते है !

अतः मानव जाती के लिए एक बहुत बेहतरीन प्राकृतिक एंटी बायोटिक के रूप में इसे यानि बी प्रोपोलिस ( Bee Propolis ) को लिया जाता है ! यह एक ऐसा एंटी बायोटिक है जिसे सालों साल लिया जा सकता है जिसका सिर्फ और सिर्फ फायदा ही होगा बिना किसी साइड इफेक्ट के ! तो आइये हमारे साथ और सर्दी का आनंद लीजिये मधुमक्खियों से बनी उत्पाद का हिस्सा बनकर !


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