" "यहाँ दिए गए उत्पादन किसी भी विशिष्ट बीमारी के निदान, उपचार, रोकथाम या इलाज के लिए नहीं है , यह उत्पाद सिर्फ और सिर्फ एक पौष्टिक पूरक के रूप में काम करती है !" These products are not intended to diagnose,treat,cure or prevent any diseases.
Showing posts with label pratikriya. Show all posts
Showing posts with label pratikriya. Show all posts

Feb 21, 2014

"जान बचे तो लाख उपाय, लौट के झूठे घर को आय "

दरअसल आम आदमी पार्टी की राजनीतिक नीव ही झूठे व लोक लुभावने वायदे से हुई ,जो तर्कसंगत नहीं थे ! आम लोगों की धरना थी की टीम केजरीवाल अन्य पार्टी से अलग काम करेंगे ! जैसा की उन्होंने अपनी एजेण्डे में शामिल किया था ! आम आदमी पार्टी की उम्मीद से कहीं ज्यादा राज्य चुनाव में जीत हासिल की ,अप्रत्यासित जीत के बाबजूद उन्हें बहुमत नहीं मिली परन्तु बिना शर्त काँग्रेस ने समर्थन दिया , फिर रायसुमारी जनता के बिच और ना जाने क्या क्या ड्रामेबाजी किये गए अंततः केजरीवाल साहेब ने जनता पर अपना अहसान जताया और मुख्यमंत्री बनने पर राजी हो गए ! सरकार बनाने और चलाने के प्रति केजरीवाल साहेब शुरू से ही गम्भीर नहीं रहे ! सरकार बनाने का कार्य तो अनिशिचितता से हुई पर उनके काम करने का तौर तरीके से अंत जल्द होगी ये जरुर निश्चित थी !

उनकी छटपटाहट , हरबराहट में लिए गए तमाम फैसले केजरीवाल के मनसा पर प्रश्नचिन्ह उठ रही है ! क्या वो वाकई दिल्ली के लिए कुछ करना चाहते थे ? क्या वो कार्य पूरा कर लिए जिसके लिए आम जनता ने उन्हें हाथो-हाथ लिया था ? बिजली -पानी ,महिला सुरक्षा,शिक्षा ,रैनबसेरा इत्यादि अनेक प्रकार के समस्याएँ से जूझती दिल्ली को क्या निदान हो गया ?

>क्या वाकई लोकपाल ही दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या थी ? अरे केजरीवाल जी अगर भ्रष्टाचार के विषय से आप वाकई चिंतित थे तो सबसे पहले निचले स्तर से काम करते , जैसे राशन कार्ड जो दिल्ली वालो के लिए सबसे बड़ी समस्या है , राशन दुकान और राशन कार्ड के लिए कभी आप धरना पर बैठते तो शायद दिल्ली के लोगो को भी लगता की वाकई आप कुछ करना चाहते है ! निचले स्तर पर आज भी गरीब लोगो के लिए दो जून की रोटी पर भी मुसीबत हो रही है !

लेकिन आप की छटपटाहट तो शुरू से ही भागने के लिए था ! तंग मानसिकता के परिचायक तब बने जब दो पुलिस वाले को छूटी भेजने के लिए अपने दल बल के साथ धरना पर बैठ गए ! गणतंत्र दिवस पर आपकी टिपण्णी भी आपकी दिमागी दिबलियापन नहीं तो और क्या था ? डेढ़ महीने में आपने हमेशा लाइट कैमरा और एक्शन वाले काम किया है ! काम हो न हो ढोल पीटने वालों को साथ में पहले से लेकर चलते थे !

क्या टीम केजरीवाल बतायगा की सिमरत ली अमेरिकन ( CIA ) एजेंट अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के NGO कबीर में साल 2010 में 4 महीने के लिए काम किया था और उसी दौरान अमेरिका से 86 लाख रुपैये का अनुदान राशि भी मिली थी ! ऐसा क्या काम किया था जिसके बदले उन्होंने अमेरिका से इतनी बड़ी धन राशि मिली थी ! केंद्र सरकार ने कई बार चिट्ठी लिखी है पर ये लोग अभी तक जबाब नहीं दिया है ! आखिर माजरा क्या है ?

भ्रष्टाचार के खिलाप ढोल पीटने वाले ढोली अपनी करतूत क्यों नहीं साफ करती है ? अभी हाल ही हर्षवर्धन जी भी सबाल उठाये है फिर वो मौन क्यों है ? बस दुसरो के बारे में अनाप-सनाप बाते करना ही उनका एक मकसद है ! पर जब खुद ही भ्रष्टाचार के दल-दल में ऊपर से निचे तक फंसा हो तो औरो को भी ऐसा ही समझते है ! एक कहाबत है न " चोरक ध्यान मोटरिये पर " ! जो चोर होते है वो सबको चोर ही समझते है !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com

>एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

Jan 21, 2014

केजरीवाल का कुचक्र , लुटिया डुबोने पर उतारू !

लगता है दिल्ली की राजनीती में जैसे कबड्डी मैच चल रही हो ! एक तरफ टीम केजरीवाल जो आम आदमी पार्टी के संस्थापक और वर्त्तमान मुख्य मंत्री जी है और सामने प्रतिद्विंदी दिल्ली की पुलिस है और रेफरी यहाँ के केंद्रीय गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे है ! मैच का परिणाम चाहे जो भी हो जनता की हार हर हाल में सुनिश्चित नजर आ रही है ! जनता अब क्या करें? कहाँ जाएँ ? अपनी दुखड़ा किसके पास लेकर जाये? क्योंकि केजरीवाल जी भूल चुके है की वही यहाँ के मुख्यमंत्री है ! परन्तु व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर अनायास आन्दोलन की कोई खास जरुरत यहाँ नजर नहीं आ रही है ? पहले यहाँ के जनता से किये हुए वायदे को पूरा कर लेते इसके बाद जो आन्दोलन का कीड़ा उनके अंदर है वो भी पूरा कर लेते ! इन सब आपाधापी में जनता बिचारी अपनी भाग्य को कोश रही है की क्या हमने इन्हे सिर्फ रोड छाप राजनीती करने के लिए वोट दिया है या सचिवालय में बैठ कर भी कोई नेक काम जो जनता के हक़ में हो उसकी लड़ाई लड़ी जा सकती है ?

दिल्ली की नव निर्वाचित सरकार जिस प्रकार अपना सचिवालय चौराहे पर लगा रखी है यहाँ तक की कुछ जरुरी कागजाते भी वहीँ पर हस्ताक्षरित किये जाते नजर आ रहे थे ! उससे दिल्ली कि अंतराष्ट्रीय पटल पर केजरीवाल साहेब क्या सन्देश देना चाहती है ? क्या यह देश और सचिवालय जैसे प्रतिष्ठित संस्था की गरिमा के साथ छेड़छाड़ नहीं है ? और तो और आजकल उनकी भाषा भी अनपढ़ और सामयवादी लम्पटवाद जैसे हो रही है ! मानसिक स्थिति जैसे असंतुलित हो गया हो, कुछ भी बोल रहे है ? मुख्यमंत्री जी शिंदे को नहीं पहचानते, और वो कहते है कौन होता है शिंदे मुझे बताने वाले कि मैं कहाँ धरना पर बैठूं , मैं दिल्ली का मुख्यमंत्री हूँ मेरी मर्जी कहीं भी बैठ सकता हूँ , मैं बता सकता हु कि शिंदे को कहाँ बैठना है ? अब यह कितना मर्यादित और संयमित भाषा है हमारे आम आदमी पार्टी की आप ही निष्कर्ष निकाले !

केजरीवाल साहेब को एक बात और मान लेनी चाहिए की "काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ा सकते है " और हाँ महोदय जनता बिलकुल जागरूक है जैसा कि आप जानते है ! आप के लाइट एक्सन और मिडिया प्रेम भी अच्छी तरह से समझने लगे है ! अगर अपनी औकात में समय से पहले आ जाये तो बेहतर होगा वर्ना आम आदमी की ताकत भला आप से अच्छा और कौन जान सकता है ? वो जब सर आँखों बिठा सकता है तो जमीं पर पटकने में भी उन्हें जायदा वक्त नहीं लगेगा !

आम आदमी पार्टी अब आम आदमी के लिए अभिशाप साबित होने लगा है ! आज के तारीख में दिल्ली वासियों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत अगर कोई है तो वो है आम आदमी पार्टी और उनके मुखिया अरविन्द केजरीवाल, जो अनरगल कार्यों और अपने आप को मीडियामय करने के लिए तरह तरह के ड्रामा करने में लगे रहते है !

अपने घरों में खुद आग लगाकर हाथ सेक रहे है और दूसरे लोगों के बारे में बड़ी बड़ी बाते कर रहे है ! जब घर मुखिया को कोई फिर्क नहीं हो तो दूसरा कोई क्यों चिंता करने लगे ?मुख्यमंत्री जी दिल्ली की महिला सुरक्षा को लेकर इतना सख्त है ये पता नहीं था ? जहाँ उनकी रिहायश है, जो उत्तरप्रदेश मे है क्या वो महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से बिलकुल सुरक्षित है ? धरना अब उत्तरप्रदेश में भी तयारी करनी चाहिए ! " करना न धरना , सिर्फ करते रहो धरना "

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- healthdrinks.myflpbiz.com

एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

Dec 25, 2013

सकारात्मक व रचनात्मक राजनीति आम आदमी की प्राथमिकता हो तो बेहतर ?

तक़रीबन दो हप्ते से चल रही ड्रामा अब क्लाइमेक्स तक पहुँच चुकी है ! कल हाई वोल्टेज ड्रामा आम आदमी पार्टी के अंदर भी देखा गया ! दिल्ली की जनता को शायद इस तरह का ड्रामा कि उम्मीद कम से कम आम आदमी पार्टी के विधायक से नहीं थी ! परन्तु मंत्री पद नहीं मिलने के कारण विनोद कुमार बिन्नी ने जिस तरह से अपना तेवर दिखा कर मीटिंग से भागे बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण और आम आदमी पार्टी पर एक दाग जरुर लगा दिया ! अब चाहे इसके लिए AAP के लोग कोई भी सफाई दे परन्तु जो कुछ भी हुआ इससे यह साबित हो जाती है कि AAP के भी अंदर सबकुछ ठीक नहीं है !

ईमानदारी और नैतिकता की ढिंढोड़ा पीटने वाले AAP के विधायक की कलय खुल गई ! महत्तवकांक्षा व वर्चस्वता जीत कर आये हुए सभी विधायक में होगी ! "AAP" के विधायक भी इन्ही धरती पर पले बढे हुए है , इन्होने भी यही के वातावरण में साँस ली है ! तो वो यहाँ के आबोहवा से अछूता कहाँ रह पायेगा ! इनकी भी जरूरते है , खुद भी समस्या होगी और सबसे बड़ी बात है की जब तक खुद समस्या में घिरी होगी तबतक औरों को कहाँ से समस्या से मुक्त करने का सोचेगा ! AAP के लोग कोई देव लोक से धरती पर नहीं अवतरित हुए है ,जो लोभ , मोह,अर्थ,काम ,वासना इत्यादि से मुक्त हो !

एक लाइन मैंने कभी पढ़ा था , आज जरुर यहाँ रखना चाहूंगा :-

" मंच जबसे अर्थदायक बन गए है , तोतला भी गीत गायक बन गए है ! राजनीती इस कदर गिरने लगी है , जेबकतड़े भी विधायक बन गए है !"

मेरी "आप" के लोगों से गुजारिश होगी कि सरकार बनाने के बाद जो बुनियादी मसला है जैसे बिजली व पानी कि समस्या को प्राथमिकता दे फिर जो भी कानून बनाना चाहते है वो बनाये और जरुर लोगो को साफ सुथड़ी व भयमुक्त,भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरा भारत को बनाये ! स्वागत योग्य होगा अगर आम आदमी पार्टी सकारात्मक व रचनात्मक तरीके से किये हुए वायदे को पूरा करती है ! AAP को सरकार बनाने के लिए बहुत बहुत बधाई !

प्रतिशोध की राजनीती फ़िलहाल AAP के लिए खाई खोदने के सामान होगा ! जिससे पार्टी कि छवि ख़राब होगी व लोगो में गलत सन्देश जायेगा कि वो अपने किये हुए वायदे पूरा नहीं कर पाते इसलिए इस तरह का ड्रामा किया है ! आम जनता यही सोचेगी कि बड़ी बड़ी किताबी बाते सुनने में बहुत अच्छी लगती है पर क्या वाकई इन बातों को अमल में लाना मुश्किल काम है ? आपकी राय जानना जरुर चाहुगा !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com

एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

Dec 21, 2013

"आम आदमी पार्टी " की वायदे और इरादे !

आम आदमी पार्टी की मनोदशा आज ठीक उस कहाबत को सपष्ट करती है जैसे " अधजल गगरी छलकत जाय" ! अरविन्द केजरीवाल और उनके टीम खुद के बनाये गए चक्रब्यूह में उलझते जा रहे है ! अमर्यादित भाषा का प्रयोग तो जैसे उनकी रोजमर्रा की बात हो गई है ! आम आदमी पार्टी के लोगों से दिल्ली की जनता कम से कम दूसरे नेता से जरुर अलग सोच रखते है ! लेकिन कुमार विस्वास जिस तरह से उजुल-फिजूल व्यानबाजी करते है उनसे तो यही लगता है कि "AAP" सरकार बनाने से बचना चाहते है !

क्यों नौटंकी करके आम जनता को बेबकूफ बनाना चाहती है ? केजरीवाल जी को समझना चाहिए कि वो वही जनता है जिन्होंने कोंग्रेस और भाजपा जैसे दोनों पार्टी से खपा होकर आपको बहुतमत के करीब लाया है और चाहती है कि सरकार बनाकर अपना दम दिखाए , फिर जो आपने लोगों को सपना दिखाए है उन्हें पूरा करें ! जब समय आ गया है तो कभी SMS-SMS का खेल खेल रहे है तो कभी नुक्कड़ नाटक का सहारा लेकर फैसला लेने का ढिंढोड़ा पिट कर अपनी राजनितिक अपरिपक्ता का परिचय देकर स्वयं को फजीहत करा रहे है !

श्री मान केजरीवाल जी जनता ने आपको अपना मत "आप" के पक्ष में दे दिया है ! आप को जनमत का सम्मान करते हुए अपने किये हुए वायदे अपनी मजबूत इरादे से करना चाहिए ! परन्तु रोज आप नए तरह फालतू नौटंकी से जनता को उलझाने व बेब्कुफ़ बनाने का प्रयास करते है !

अगर जनता "आप" जैसे नौसिखिये को सर आँखों पर बिठा सकती है तो धूल चटाने में भी जरा सा वक़्त नहीं लगेगा ! आज की परिस्थिति में सोचने के बदले "आप " लोकसभा चुनाव के बारे में सोच रहे है ! यही जनता तब भी होंगे श्री मान जी फिर आपकी मानसिकता को समझ चुके होंगे कि आप कितने अवसरवादी है ? और फिर क्या फर्क रहा "AAP", कोंग्रेस व बीजेपी में ? आपका भी नाम अवसरवादी के सूचि में हो जायेगा ! आप से लोगो से अपेक्षा यही है की नौटंकी ना करे और ध्यान अपने किये गए वायदे पर केंद्रित कर लोगों के उम्मीदों पर खरे उतरें !

अंत में एक बात और जरुर रखना चाहूंगा कि "जनमत संग्रह और लोगों कि रायसुमारी "पर ज्यादा उछलने का प्रयास ना करें ! कारण यह है कि अगर 80 प्रतिशत जनता का मत "आप" के यानि सरकार बनाने के पक्ष में है तो वो आपके विरोधी है और वो आपको जांचना व परखना चाहते है और असल में वो जनता आपका है या आपके साथ है जो सरकार नहीं बनाने के बारे में राय रखते है ! तो महाशय शुभचिंतक की संख्या धीरे धीरे आपके नौटंकी से खपा होकर दिनानुदिन घटती जा रही है ,इसके लिए आपको यानि कि टीम केजरीवाल को चिंता होनी चाहिए ! हमारी सहानुभूति आपके साथ रहेगी , ईशवर आपको सद्बुद्धि दे !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- artisingh00001@gmail.com एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " दिल को रखें दुरुस्त - एलोवेरा जेल से ! सर्दियों में भी रखें त्वचा जवाँ - एलोवेरा युक्त उत्पाद से ! !

Dec 15, 2013

ये पब्लिक है सब जानती है !

दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी की अप्रत्यासित परिणाम राजीनीति में नए आयाम लेकर आई है ! यह निश्चित रूप से स्वागत योग्य है ! परन्तु समझना होगा कि यह साल भर पहले तैयार हुई नई पार्टी कि जीत नहीं है बल्कि अन्ना ने जो सामाजिक और संसदीय प्रणाली में परिवर्तन के लिए लगातार आंदोलन व अनशन करते रहे और आज भी वो डटे हुए है, उन्ही का नतीजा है ! दरअसल अण्णा के प्रति देश भर में लोगो का विश्वास बीते साल एक जनसैलाव के रूप में देखा गया !दिल्ली में आम आदमी पार्टी कि उम्मीद से ज्यादा परिणाम निश्चित रूप से अण्णा के प्रयास का ही फल है ! भ्रष्टाचार विरोधी कानून जन लोकपाल के लिए अनवरत कोशिस का परिणाम आज अरविन्द केजरीवाल को मिली है ! दिल्ली के जनता को इस बार आम आदमी पार्टी से बहुत ज्यादा अपेक्षा रखती है ! लोग चाहते है कि वो सरकार चलाये,अपनी काबिलियत साबित करके विरोधी पार्टी को जबाब दे , ताकि आने वाली लोक सभा में उन्हे देश भर में और ज्यादा से ज्यादा लोग AAP पर भरोसा कर सके ! पहली बार दिल्ली में देखा गया कि यहाँ विपक्ष में बैठने कि होड़ लगी हुई है ! पहले आप बनाये तो पहले आप बनाये ! दिल्ली के जनता से साथ ये मजाक नहीं तो और क्या कह सकते है ? पहले बड़ी बड़ी बाते करते रहे , हमारी सरकार आएगी तो दिल्ली कि दिशा और दशा सबकुछ बदल देंगे ! आखिरकार दिल्ली के जनता ने अवसर दे ही दिया और परिस्थिति भी अनुकूल है तो उन्हें सरकार का गठन करनी चाहिए परन्तु अरविन्द केजरीवाल अपनी जिम्मेदारी निभाने से भाग रही है ! उल्टा सबाल उनसे पूछ रहे है जिन्होंने बिना शर्त समर्थन की चिट्ठी राजयपाल महोदय को दे दी है ! मसलन पहले उनकी शर्ते मानी जाए , फिर दस दिन दिल्ली में नुक्कड़ नाटक करेंगे अरविन्द केजरीवाल और उनके नौटंकी टीम फिर जो परिणाम नौटंकी के बाद आएगा तो सरकार बना सकता है या नहीं ! मतलब स्वयं निर्णय लेने में असमर्थ है टीम केजरीवाल , उन्हें कुछ भी निर्णय लेने से पहले नुक्क्ड़ नाटक के जरिये जनता के पास जाकर समझेंगे फिर आगे कदम उठाएंगे ! ऐसे कमजोर नेता जिनके पास खुद निर्णय लेने कि क्षमता न हो दिल्ली के मुख्यमंत्री के लायक हो ही नहीं सकता ! अभी मौका मिली है केजरीवाल साहब , कुछ करो वर्ना आने वाले चुनाव में आपके साथ और ज्यादा अच्छा नहीं होने वाला है यह तो लगभग तय लग रहा है ! क्योंकि पब्लिक है सब जानती है !
For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- artisingh00001@gmail.vom एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " दिल को रखें दुरुस्त - एलोवेरा जेल से ! सर्दियों में भी रखें त्वचा जवाँ - एलोवेरा युक्त उत्पाद से ! !

Jan 30, 2013

पाकिस्तान की नापाक सोच !!

तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो .........

पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मालिक का शाहरुख़ खान का सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जाहिर करने के पीछे उनका मकसद क्या है ? क्या नसीहत देना चाहते है रहमान मालिक ? नसीहत अगर देना ही तो वो अपने देश में पनाह दे रहे आतंकी संगठन पर दे, जिन्हें वो अपने सरजमीं पर हरेक नुकड़ व चौराहे पर दुकान की तरह चला रहे है ! पाकिस्तान की हालत दिन व दिन बद से बदतर होता चला जा रहा है , उन्हें सहारे की जरूरत है ! परन्तु वैशाखी के सहारे चलने वाले ये आतंकी देश क्या अपने देश के नागरिक को सहारा देगा ? लोगों को ऐसे ही बेबकूफी वयांवाजी कर उलझा कर अपनी राजनीती रोटी सकते है ! पाकिस्तान को किसी दुसरे मुल्क के बारे अपनी टांगे नहीं अड़ाना चाहिए ! पर बेअकल ये लोग अपनी बेबकूफी कहाँ वाज आते है!

दरअसल दुनिया जानती है हमारे देश में आज मुसलमान भाई जितना सुरक्षित है ,शायद ही किसी और देश ,खासकर पाकिस्तान में हो सकते है ! आज हमारे देश को सुरक्षा के मुद्दे पर नसीहत दे रहे है , अरे खुद अपनी गिरेवान में झांक कर देख सर से पाँव तक नफरत के दल-दल में फंसा हुआ है ! पडोसी देश के नाते उन्होंने अगर कोई काम किया है तो सिर्फ और सिर्फ नफरत, आतंक और देश में असिथिरता !आज शाहरुख़ के लिए भारत सरकार से सुरक्षा मांगने वाले रहमान मालिक को , अपने लोगों के लिए सुरक्षा की चिंता होनी चाहिए ! देश की चहुमुखी विकाश व उन्नति को शायद पाकिस्तान पचा नहीं पा रहे है, इसलिए वो अपनी मानसिक स्थित खो बैठे है !

"चोर के दाढ़ी में तिनका " आज गृह मंत्री भी वहां के आतंकी संगठन के मुखिया हाफिज सईद के साथ सुर में सुर मिलाया ! हम उन्हें बता देना चाहते है की भारत देश ही एक मात्र ऐसा देश है जहाँ प्रत्येक समुदाय के लोग चाहे वो हिन्दू हो, मुसलमान हो, सिख हो या ईसाय , हर एक लोग साथ मिलकर सौहार्द पूर्वक रहते है और एक दुसरे को सांस्कृतिक व धार्मिक धरोहर को सम्मान करते है ! अनेकता में एकता हमारे देश ने एक मिशल कायम की है ! यही बाते इन आतंकी देश को गले नहीं उतरता है ! उनकी क्षुद्र मानसकिता नजर आती है ! हम चाहते है " जियो और जीने दो " ! धर्म के आधार पर बांटने का काम मत करो, और इस घटिया कोशिस के लिए रहमान मालिक को शर्म आनी चाहिए ! और इस तरह से दुसरे मुल्क के बारे में घटिया बयानबाजी के लिए माफ़ी मंगनी चाहिए !

अंत के एक बात कहना चाहूँगा की भारत को अगर खतरा है तो पाकिस्तान के हाफिज सईद से, आतंकवाद , रहमान के ISI agent से व खुद पाकिस्तान से न की अपने देश के लोगों से !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " दिल को रखें दुरुस्त - एलोवेरा जेल से ! सर्दियों में भी रखें त्वचा जवाँ - एलोवेरा युक्त उत्पाद से ! !

Dec 30, 2012

आत्ममंथन :- एक और महाभारत ( अंतर्मन )

आज की घटना से सम्पूर्ण राष्ट्र शर्मशार हो गई है ! वहशी व दरिन्दे लोगों की हरकत ने देश को कलंकित कर दिया ! आखिर इस तरह के रेप की घटना बार-बार क्यों होती है ? क्या कोई इसके गहराई तक जाने का प्रयास किया ? रेप घृणित कार्य का ही पर्याय है ! आखिर इतने बेख़ौफ़ होकर ये लोग मौज मस्ती के नाम पर किसी भी लड़की के साथ जबरदस्ती कुकर्म कर डालते है !

क्या है मानसिकता ?कौन है ऐसे लोग? क्या वो अपने ही समाज के लोग है या वो दूसरी दुनिया से आये हुए है ? है कोई जबाब ? कोई जबाब नहीं है ? जबाब होता तो इस तरह की घटना पुनरावृति कभी नहीं होती परन्तुं यहाँ बारम्बार हो रही है और होती रहेगी !

आखिर रेप करने वाले का किसीने क्या उखाड़ लिया ? पिछले साल तक़रीबन 600 से ज्यादा लोग रेप केस में पकडे गए थे ,लम्बे समय तक केस चलता रहा और बाद में सबके सब बड़ी हो गए ! कुछ केस थोडा संगीन था तो उसे हमारे ही देश की प्रथम राष्ट्रपति प्रतिभा जी ने जीवन दान दे दिया !

आजतक किसी भी रेपिस्ट को सजा मिली है जो कोई ऐसे अपराध करने के लिए एक दफा सोचने पर मजबूर हो ! उनके जहन में डर हो , की रेप करना एक अपराध है ऐसा करने से उन्हें सजा भी मिल सकती है ! इतिहास में आजतक किसी भी रेपिस्ट को कठोर सजा नहीं मिली है और यही विडंबना है इस देश की जहाँ अपराधी खुलेआम मौज मस्ती करते है ! उन्हें मालुम है उनका कानून कुछ भी नहीं कर सकता है !

कहाँ है कानून ? कहाँ है प्रशाशन ? क्या ये सब वर्तमान में ध्रितराष्ट्र की भूमिका में है ? अरे कुछ शर्म करो ! अंधे और गूंगे बनकर बैठे क्या सोच रहे हो ? और कौन सी बड़ी घटना को आमंत्रित करने की सोच रहे हो ? सरकार सचमुच में अंधी है , उन्हें सिर्फ और सिर्फ अपनी फ़िक्र है , भांड में जाय प्रजा, उन्हें तो राजनैतिक लाभ हो तो फटा-फटा कदम उठा लेते है अन्यथा वो अंधे बने बैठे रहते है ! ध्रितराष्ट्र तो वास्तव में जन्मजात अँधा था परन्तु आजकी सरकार तो गांधारी बनी बैठी है उसने अपने आँखों पे काली डाल रखी है ! कुछ भी उन्हें दिखाई नहीं दे रहा है !

आज हम सब इसके लिए जिम्मेदार है ! अपने देश में शर्म आ रही है की ऐसे लोगों को हमने संसद में बिठा रखा है ! ऐसे सम्बेदन हीन व्यक्ति हमारा प्रतिनिधत्व कर रहा है !अपनी आँखों पर से काली पट्टी को खोलो और जागो , सोचो देश किस ओर जा रही है ? बचाओ अपने देश को, देश की आबरू को , जो चंद मनचले लोग अपनी जायदाद समझते है ! वो कानून को अपनी रखैल से ज्यादा कतई नहीं समझते !

कौन है जिम्मेदार ? क्यों नहीं देश में सख्त कानून बन सकते ? अरे जब कानून बनाई गई थी तब शायद इस तरह के बात से वो लोग अनभिग्य थे ! क्या मालूम था की अपने देश में भी राक्षसों का समूह बसेंगे और भेडिओं के तरह हमारी माँ ,बहन,बहु ,बेटी की आबरू को सरेआम तारतार करेंगे ! शायद वो ख्वाब में भी ऐसी सोच नहीं लाये होंगे , कारण वो युग था जब स्त्री के लिए सम्मान, इज्जत दी जाती थी, उन्हें शक्ति स्वरुप मानते थे ! आज युग बदल गया है, लोग अपने घर के बहु ,बेटी, माँ,बहन को नहीं छोड़ते तो अनजान स्त्री के साथ कैसा वर्ताव कर सकते है यह घटना आपके सामने है !

आज सम्पूर्ण राष्ट्र , छोटे शहर से लेकर बड़े शहर तक लोग प्रदर्शन कर रहे है ! क्या वो सिर्फ अपने लिए मांग रहे है ? क्या उन्हें इसके बारे में खुद ठोस कदम नहीं उठानी चाहिए ? जब सार देश इन्साफ की गुहार लगा रहे है तो सरकार क्यों नहीं समझने का प्रयास करते है ! गुनाहगारों के लिए सख्त कानून का प्रावधान क्यों नहीं करते ?

क्यों डरते है सख्त कानून बनाने से ? सिर्फ समाचार चैनल पर बड़ी बड़ी बाते करने से कुछ नहीं होगा, वक्त आ गया है कुछ सोचो , इस लचर व बीमार कानून व्यवस्था को बदल दो ! जो खुद ही बीमार हो वो किसी मर्ज का भला कैसे इलाज हो सकता है ?

मत सोचो मानवाधिकार के बारे में , उन्होंने तो और हमारे देश की कानून व्यवस्था को बदल के रख डाला है ! मानवाधिकार के लोग जिसमे खासतौर पर महिला पुर्वाग्रस्त रोगी जैसे ही होती है ! वो सिर्फ गुनाहगारो को कैसे बचाया जाए ? उन्हें तो अपने देश की मान,सम्मान से ज्यादा आतंकबादी व रेपिस्ट ज्यादा अच्छे लगते है ! अब तो देश हर तबके के लोग, बच्चे,बूढ़े जबान सिर्फ सख्त कानून व्यवस्था की मांग कर रहे है ! तो सरकार के तरफ से क्या देरी हो रही है ! अबकी बारी सरकार को झुकना ही होगा !

अंत में मैं बस इतना कहना चाहूँगा की सरकार को ऐसे क्षण में कानून में परिवर्तन लाकर , रेपिस्ट को जल्द से जल्द व कड़ी से कड़ी सजा दे देनी चाहिए ताकि आने वाले लोग इस तरह के घृणित कार्य करने के लिए वो हजार दफा सोचे !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " दिल को रखें दुरुस्त - एलोवेरा जेल से ! सर्दियों में भी रखें त्वचा जवाँ - एलोवेरा युक्त उत्पाद से ! !

Nov 17, 2010

अंतर व्यथा - इसे रक्षक कहें या भक्षक |


सच्ची बात तो यह है की अगर ये खाकी और खादी वर्दीधारी सुधर जाए तो देश स्वतः सुधर जाएगा | सोमबार रात की घटना जो दिल्ली वालों को दिल दहला दिया | बात लक्ष्मी नगर के पास ललीता पार्क की है | सोमबार रात के 8 बजे पाँच मंजिला इमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गया ! कोई नहीं जानता की कब क्या हो जाए ? किसी ने कभी सोचा भी नहीं होगा की इस कदर ये पाँच मंजिला इमारत रेत की तरह भरभरा के गिर पड़ेंगे ? सरकारी आंकड़ा के अनुसार अब तक इस हादशा में करीब 70 व्यक्ति ने अपनी जान गवां दी है |

शक्तिशाली भारत को एक ओर जहाँ पड़ोसियों ने कमजोर करने की कोशिस किया, वहीँ हमारे अपने ही लोग भी इस कुकृतियों में शामिल रहे है, यह सौ फीसदी सत्य है ! स्वभाविमान राष्ट्र के लिए सबसे पहली आवश्यकता है, वहां के लोगों का नैतिक स्तर उच्च होना !

वर्तमान में हमारे देश में उच्च नैतिक स्तर वाले भी है लेकिन नैतिकता से गिरे लोगों की अपेक्षा कम है | आज हम किसी भी क्षेत्र की बात करें भ्रष्ट और बेईमान लोगों की कोई कमी नजर नहीं आएगी !राजनीती क्षेत्र की बात करें तो लगता है की पुरे 'कुए में ही भांग' मिली हुई है !चाहे सताधारी हो या विपक्ष, अधिकांश भ्रष्टाचार में लिप्त दिखाई देते है |


हमारा मकसद ऐसे भ्रष्ट आचरण वाले लोगों को सरेआम उजागर करना , जिनके कारण आज 70 बेगुनाहों की मौत हो गई है | प्रशाशन के कुछ भ्रष्ट आचरण वाले अधिकारी की पूरी जिम्मेदारी है जिन्होंने भवन निर्माण कार्य में पाँच मंजिल इमारत बनाने की इजाजत दी थी |साइलेंट किलर है यह खादी और खाकी के वर्दी में लिप्त कुछ भ्रष्ट अधकारी !

आज एक बार फिर से दिल्ली शर्मशार हो गई | ठीक उसी इलाके में अभी तक़रीबन चार या पाँच बिल्डिंग और भी जो कभी भी गिर सकती है परन्तु प्रशाशन की कान पर जूं नहीं रेंगता | उन्हें इसके बारे में ततकाल कदम उठाना चाहिए ! या फिर प्रशाशन दूसरी घटना का इन्तेजार करेगी | क्या आँखे खोलने के लिए इतना कुछ कम है ?


अरे कुम्भकरण भी छे महीने पश्चात् उठ जाया करता था परन्तु लगता है जैसे प्रशाशन सालों भर सोती रहती है और घटना उपरांत तुरंत नींद से जाग जाती है ! अपनी फायदों के लिए ऐसे खुनी खेल बंद करों ! आखिर कब तक लोगों को उनके ऊपर का आशियाना छिनते रहोगे ?

कई घरों के चिराग बुझ गए , कईयों ने अपने परिजनों को खो दिया ? कौन है इनके जिम्मेदार ? क्या उनके बिलखते हुए आत्मा उन्हें कभी माफ़ कर सकेगा ?

आज हम सभी जानते है की अनेकता में एकता राष्ट्र के रूप में विश्व विख्यात हमारा देश आज भ्रष्टाचार में नित नई ऊँचाइयों को छू रहा है | अगर देश का रक्षक ही भक्षक बनने को उतारू हो तो देश की हालात क्या हो सकता है ! भले ही ऐसा कुछ चंद लोग करते हों परन्तु बदनामी का दाग तो दूर-दूर तक अन्य लोगों को भी दागदार बना देता है |

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com
एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

Nov 2, 2010

दीपावली पर नकली मिठाई से रहें दूर !


हिन्दू रीतिरिवाज के अनुसार, त्यौहार या ख़ुशी के अवसर पर मिठाई न बांटे तो खुशियाँ अधूरी माना जाता है | चाहे अवसर हो, शादी-विवाह का, जन्म-दिन या कोई पर्व मिठाई हमारी प्राथमिकता होती है | वगैर इसके तो कई अनुष्ठान संभव ही नहीं हो सकता है |

पर क्या वर्तमान में जिस तरह से मिठाई को लेकर तरह तरह की भ्रान्तियां और रोज समाचार पत्र में मिलावट खोरो की चर्चा ,क्या लगता है की मिठाई खाना या बाँटना चाहिए ?

शायद नहीं पिछले साल की बात है मेरे कार्यालय में उपहार स्वरूप मिठाइयाँ बांटा गया था | लोगों ने जमकर खाया और अपने-अपने घर को भी ले गए थे | परिणाम बहुत भी भयावह हुआ सुबह बहुत लोग अस्पताल तक पहुच गए | कुछ लोगों को पेट में बहतु तेज जलन और स्वस्थ्य बिगड़ गया और उसे अपोलो में भर्ती कराया गया | उन लोगों की दीपावली अस्पताल के बिस्तर पर ही हुआ | तिन से चार दिन लग गया उनलोगों को सामान्य होने में |

अब कुछ दिन पहले की बात है - 10 टन नकली खोया बाजार में नकली मिठाई पडोसने के काम में लगे हुए है | पुलिस प्रशासन अभी भी मस्स्क्त कर रही है परन्तु उनके पहुच से दूर है | पुलिस की नाकामी के वजह से उनके हाथ में आई 10 टन नकली खोया गायब हो गया |


क्या मजाक है? लोगों की जान की पड़ी है | जाने अनजाने में ये जहर किस किस लोगों तक पहुंचेगी और उनका क्या परिणाम होगा ? इस सबके लिए जिम्मेदार कौन होगा ? सिर्फ इतन कह देने से काम नहीं चलेगा जहाँ पर लोगों की जिन्दगी और मौत का सवाल है | उचित कारबाई होनी चाहिए ताकि नकली खोया से बना हुआ मिठाई लोगों तक न पहुच सके |

भला 10 टन खोया कोई 10 किलो जैसे तो नहीं हो सकता है जो सामने रखी हो और अचानक से गायब हो जायेगा | प्रशासन के क्रियाकलाप पर यह एक संदेह का विषय है | उनकी जांच करके ऐसे भ्रष्ट पुलिस कर्मी को तत्काल निलंबन कर देना चाहिए |


कुछ लोगों के अपने आर्थिक स्वार्थ सिद्ध करने के वजह से आम लोगों में जहर बाँट रहे है | प्रशासन चाहे तो वो ऐसे मिलावटखोरों को अपने गिरफ्त में ले सकती है परन्तु 'चोर चोर मसोरे भाई' वाली कहावत है न, भला कौन अपना नुकसान करें ? आजकल का नारा है "काम अपना बनता भांड में जाय जनता" |

मिलावटी मिठाइयों की भरमार के बाद लोगों में दीपावली पर उपहार स्वरूप चाकलेट बाँटने का चलन बढ़ा है | लेकिन मिलावटखोरों ने चाकलेट को भी अछूता नहीं छोड़ा है | यहाँ तक नामी गिरामी कम्पनी के प्रोडक्ट भी इसके शिकार है |

इसलिए आप ब्रांडेड चाकलेट खरीदने से पहले आप सावधान हो जाइये | चुकी विशेषज्ञों का मानना है की मिलावटी चाकलेट में घटिया किस्म की चीनी, वजन बढाने के लिए कुछ पदार्थ और घटिया रंग मिलाये जाते है जो की स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है |
अतः दीपाली की मिठाइयाँ कहीं आपके जीवन की मिठास के लिए मुसीबत न बन जाय | ऐसे कोई भी मिठाई व चाकलेट खरीदने से पहले आप सावधान रहें | हाँ सबसे अच्छा उपहार हो सकता है वर्तमान में ड्राई फ्रूट |

आप सबों को मेरे और मेरे परिवार की ओर से दीपावली का ढेरो-ढेरो शुभकामना !

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com
एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें

"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

Aug 14, 2010

अनेकता में एकता की पहचान है भारत

कल 15 अगस्त यानि हमारा स्वाधीनता दिवस | भारत स्वतंत्रता दिवस की 63 वीं वर्षगाँठ कल मनाने जा रही है | स्वत्रता दिवस को हमलोग राष्ट्रीय पर्व के रूप में मानते है | हम भारत वासियों के लिए यह आजादी एक सदी से भी ज्यादा दमनकारी शासन के बाद अगस्त 1947 में हासिल हुई | तो स्वाभाविक ही हमारे लिए बहुत बड़ा त्यौहार है और इसे हम सब मिलकर जश्न की तरह मानते है | हमारा मन तो अभी से भी हर्षोल्लास में विचरण करने लगा है | कल सुबह सबेरे ही राष्ट्र गान के साथ हमारे देश के प्रधान मंत्री लालकिला के प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे | उसके बाद वो देश को संबोधित भी करेंगे |

हमारे राष्ट्रध्वज के तीनो ही रंग हम सब के लिए प्रेरणा के प्रतिक है | स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर तिरंगे के रंगों के जरिये दर्शाया जाता है , हमारे लोकतंत्र, न्याय और खुशहाली का | प्रगति पथ पर हमारा देश सदा अग्रसर रहे यही हमारी शुभकामाएं होगी |

वो एक स्लोगन जो अकसर टेलीविजन और समाचार पात्र में देखने व सुनने को मिल जाता है " प्राउड टू बी इंडियन " | खुद को भारतीय होने में गर्वान्वित होनी चाहिए | भला हो भी क्यूँ न ? परन्तु इसमें क्या खास बात है, अपने देश में रहने वाले के दृष्टिकोण से वो देश उनके लिए महान है और होनी भी चाहिए |

परन्तु खास बात यह है की अपना देश भारत ही पूरी दुनिया में अकेली देश है जहाँ विविधताओं में एकता है | धर्म , क्षेत्र, भाषा, जाती और संस्कार आदि के सन्दर्भों में हमारे देश में जो विविधता नजर आती है, शायद ही किसी और देश में देखने को मिले | इन्हीं विविधताओं के वजह से हमारा देश अनेकता में एकता के जनक के रूप में जाना जाता है |

भौगोलिक दृष्टिकोण से भी हमारे देश में उत्तर से लेकर दक्षिण तक और पूरब से लेकर पश्चिम तक में इतने परिवर्तन है की कहीं पहाड़ , तो कहीं पठाड, तो कहीं रेतीली तो कहीं जमीनी, यहाँ तक की एक प्रान्त से दुसरे प्रान्त तक पहुँचते ही मौसम भी बदल जाती है जैसे कहीं बहुत ज्यादा गर्मी है, तो कहीं बहुत ज्यादा ठंढ ,तो कहीं बरसात तो कहीं सूखाग्रस्त | अतः जमीनी विविधताओं के कारण भारत में मौसम सम्बन्धी अंतर भी दुसरे देशों से अलग बनाते है |

मौसम की इस विविधता के कारण मनुष्य के शारीरिक बनावट में भी काफी अंतर होता है | ऊँचे-ऊँचे पहाड़ पर रहने वाले लोग अकसर छोटे कद-काठी के होते है ,तो ज्यादा गर्मी झेलने वाले पूर्व और दक्षिण क्षेत्र के लोगों का रंग काला होता है तो ठन्डे प्रदेश के लोग लम्बे और ज्यादा गेहुआ यानि गोरे-गोरे होते है |


मौसम के आधार पर पहनावा भी एक प्रान्त से दूसरी प्रान्त का अलग नजर आता है | अगर पंजाब और जम्मू कश्मीर के तरफ जाए तो वहां के औरते शलवार और कमीज व पुरुष पठानी सूट पहनते है वहीँ मध्य उतर दक्षिण भारतीय महिला साड़ी को ज्यादा तबज्जो देती है और पुरुष धोती व कुर्ता को ज्यादा पसंद करते है |

पहनावे के बाद अब खान-पान को ही लीजिये तो इसमें भी बहुत तरह के व्यंजन है जो प्रान्त के अनुरूप बताना बड़ा ही मुश्किल है | दुनिया के जितने प्रकार के व्यंजन बनते होंगे इससे कहीं ज्यादा प्रकार के व्यंजन अकेले हमारे यहाँ बनते है | हमारे देश के अनोखी बात यह है की यहाँ के हर एक प्रान्त का खाना वहां के जाती धर्म और भौगोलिक संरचना से जुड़ा हुआ है |

हमारे देश की एक और अनोखी बात है की अपने-अपने धर्मो के अनुरूप पूजा अनुष्ठान करते है कोई कभी भी अपनी मान्यताओं या रिवाजों को अन्य पर थोपने की कोशिस नहीं करते है | भारत में दुनिया के तमाम धर्म,जाती के मानने वाले लोग यहाँ के नागरिक के रूप में रह रहें है |


संयुक्त राष्ट्र के सूचि में अबतक 5036 भाषा की मान्यता है जिसमे 4 हजार से भी ज्यादा अपने देश भारत में अकेले बोली जाती है | इससे बड़ा गवाही और क्या हो सकता है - भाषा, रंग-रूप, आहार- विचार , व्यवहार हर मामले में हम दुनिया से अलग है , जो हमें औरों से हटकर नजर आती है और यही विविद्ता हमारे भारतीय होने की निशानी है |

हमारे देश ही एक मात्र ऐसा देश है जहाँ प्रेम को परमात्मा के तुल्य माना जाता है | एक तरफ चमत्कारों को अंजाम देने वाला ताकतवर देवता हमारे आराध्य है तो दूसरी ओर प्रेम क्रीडा करने वाले कन्हैया को अपना भगवन माना है |


इसे हमारे देश की महानता ही कहेंगे जहाँ मंदिर और मस्जिद आस-पास बनाए जाते है और जहाँ ईद में हिन्दू सेवैयाँ खाते है ,तो होली में मुसलमान भाई गुजिया | अतः जो व्यक्ति ऐसे मौसम, माहौल और लोकतंत्र में रहता है जो अनेकता में एकता है , उन्हें दुनिया की किसी भी कोने के अपने आप को स्थापित करने में कठिनाई नहीं होगी | और वो स्वतः ही दुनिया में सर्वश्रेष्ठ कहलाने योग्य बन सकता है |

For Aloe Vera products Join Forever Living Products for free as a Independent Distributor and get Aloe Vera products at wholesale rates! (BUY DIRECT AND SAVE UP TO 30%)To join FLP team you will need my Distributor ID (Sponsor ID) 910-001-720841.or contact us- admin@aloe-veragel.com एलोवेरा के बारे में विशेष जानकारी के लिए आप यहाँ यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक | अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

Jun 13, 2010

घमंड मानसिक स्वास्थ्य के लिए अभिशाप


वर्चस्व की लड़ाई हमेशा से इस संसार में प्रत्येक परिवार, समाज और देश में गुण-अवगुण, अच्छाई-बुराई के साथ-साथ चलती है और जबतक मानवजाति का अस्तित्व रहेगा, ये साथ-साथ ही रहेंगे |अपना प्रभुत्व स्थापित करने के लिए गुणों पर बार करने में लगा रहता है, अच्छाइयों को समाप्त करने की कोशिश करता है पर अंततः जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है |

बुराई के अनेक स्वरुप है, इनमे से सबसे विनाशकारी स्वरुप है घमंड | घमंड एक ऐसी बुराई है जो मनुष्य के अन्दर के हजारों अच्छाइयों को दबा देता है | उनके द्वारा किया गया प्रत्येक क्रिया-कलाप में घमंड की छाया साफ़ तौर से देखी जा सकती है | ऐसे व्यक्ति के अन्दुरुनी घमंड की वजह से चेहरे की कान्ति समाप्त हो जाती है | वह अपनेआप को सर्वश्रेष्ठ और दूसरों को हिन् समझने लगता है | उनके व्यवहार में एवं प्रत्येक क्रिया-कलाप में बहुत तीव्रता होती है ,उसके भीतर का घमंड उन्हें कोई भी कार्य सहजता के साथ नहीं करने देता है |

घमंडी लोगों के बारे में विचारकों का मानना है की घमंड से ग्रस्त व्यक्ति अन्य लोगों को अपने समक्ष तुक्ष समझते है और इसी वजह से खुद भी दुसरे लोगों के साथ सामान्य नहीं बना रह पाता है | घमंड भीतर से उत्पन्न होता है किन्तु उसका असर बाहरी स्तर पर दिखाई देता है | एक व्यक्ति को अचानक ढेर सारा दौलत मिल जाता है | वह धनी हो जाता है ,फिर उनके अपने करीबी लोगों के प्रति व्यवहार तथा दृष्टिकोण बदल जाता है | ऐसे व्यक्ति अनेक लोगों के बीच होते हुए भी स्वयं को अकेला अनुभव करता है | धीरे-धीरे उसके साथी भी उससे दूर होने लगता है |


एक व्यक्ति जब पिता की कुर्सी पर बैठता है , और कल्पना करें उनके पिता का व्यवसाय कई करोड़ों में हो | प्रतिष्ठित व्यावसायिक पुत्र होने के कारण अचानक उन्हें वो सब कुछ मिल जाता है जो की उनके पिता ने अपनी कड़ी मेहनत व खून-पसीने से बनाई है |पुत्र अपने पिता का करोड़ों के सम्पति का इकलौता वारिस है तो घमंड आना स्वाभाविक होगा | वो स्वयं को सबसे ज्यादा बुद्धिमान समझते है और उनके कंपनी के कार्यरत समस्त व्यक्ति को गौण जिन्होंने कंपनी के लिए सालों-साल दिया है और जिनके वजह से कंपनी एक छोटी इकाई से लेकर आज कई सौ करोड़ों में व्यवसाय कर रही है | एक मात्र व्यवसाय उतराधिकारी होने के कारण , पिता की कुर्सी पर बैठते ही घमंड की अनुभूति होने लगी |

सामान्य रूप में माना जाता है की किसी भी चीज की अधिकता घमंड पैदा करने का बहुत बड़ा कारण बन जाती है | यदि व्यक्ति के पास बहुत पैसा है व बहुत योग्यता है , तो वह घमंडी बन सकता है | पर इस स्थिति में व्यक्ति यदि साकारात्मक सोच के साथ सही दिशा में कार्य करें तो वह महान भी बन सकता है |


लकड़ियाँ इक्कट्ठा कर आग जलाकर कसी के घर जलाया जा सकता है तो उस पर खाना पकाकर पेट भी भरा जा सकता है | एक विशेषज्ञ चिकित्सक अपनी योग्यता के बल दिन-हिन् लोगों का उपचार कर समाज सेवा कर सकता है तो वहीँ बीमार लोगों से मनमाना धन ऐंठकर उनके लिए परेशानी भी बढ़ा सकते है |

आमतौर पर देखा गया है की दुर्गुणों का विकास बड़ी तेजी के साथ होता है जबकि दुर्गुणों का विकास धीमी गति से होता है | यह अलग बात है की उतनी ही तेजी रफ़्तार से दुर्गुणों को दंड भी प्राप्त हो जाता है | यह दंड सभी को मिलता है चाहे वह राजा ही क्यूँ न हो |

रावण महाप्रतापी और परम विद्वान थें | रावण विद्वता को स्वयं भगवान राम ने भी स्वीकार किया था | इसीलिए उन्होंने लक्ष्मण को रावण के पास भेजा था ताकि रावण मरने से पहले उसे कुछ ज्ञान दे जाये | इतना विद्वान और बलशाली होने के पश्चात् भी रावण का अन्त हो गया | उसके अन्त का कारण केवल उसका घमंड था उसे ? इस बात का घमंड था की उसके दस सिर, उसके भाई एवं पुत्र बहुत बड़े शूरवीर और बहुत बड़े योद्धा है | बहुत बड़ी सेना है | सोने की लंका है | स्वयं भी सर्वाधिक बलशाली था | इन्ही सब कारणों से उसके भीतर घमंड उत्पन्न हो गया | वह प्रकाण्ड विद्वान था किन्तु घमंड ने उसकी इस श्रेष्ठता को दबा दिया, उसे उभरने नहीं दिया | इसी के चलते उसने सीता का हरण किया और बाद में श्री राम के हाथों मारा गया |

यह होता है घमंड का परिणाम | आज भी घमंडी लोगों का परिणाम इससे भिन्न नहीं होता है | इसके उपरांत भी कई लोग घमंड जैसी बुराई को अपने साथ चिपकाए घूम रहे है |
अतः जो व्यक्ति घमंड के निकट खड़े है उन्हें एक बार अवश्य अपने भीतर झाँकने का प्रयास करना चाहिए | उन्हें जरा सा भी आभास हो तो तुरंत घमंड से अपने आपको दूर करने का प्रयास करना चाहिए |

एलोवेरा के कोई भी स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद 15 % छूट पर खरीदने के लिए admin@aloe-veragel.com पर संपर्क करें और ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

Jun 12, 2010

"रसोई गैस सिलेंडर" की एक्सपायरी डेट जरुर देखें ( सावधानी हटी दुर्घटना घटी )

आज एक बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी समाचार पत्र के माध्यम से जानने का अवसर मिला | दरअसल सुबह-सुबह कार्यालय के काम से फरीदाबाद गया था |एक मित्र ने जाते ही मुझे कहने लगा- रामबाबू जी आपके लिए आज एक बहुत ही खास खबर है, और इसके बारे में लोगों को जरुर जानकारी दें | उसके बाद उसने मुझे दैनिक जागरण का समाचार पत्र सामने रख दिया | शीर्षक देखकर एक बार मन में बेचैनी सी आ गई और मैं अपना कार्य को स्थगन कर तुरंत अपने घर वापस आ गया | रसोई घर में सबसे पहले मैं रसोई गैस सिलेंडर का निरक्षण किया फिर जाकर दिल को तसल्ली मिली | शीर्षक था " सावधान, आपके घर में बम तो नहीं " |

अपने घर का गैस सिलेंडर को मैंने तो सही तरीके से निरक्षण कर लिया है | क्या आपने निरक्षण कर लिया ? अगर नहीं तो तुरंत जाँच लें की आपके घर का सिलेंडर एक्सपायरी डेट के अन्दर है या डेट ख़त्म हो चूका है ? सबसे पहले तो आप यह समझ ले की रसोई गैस सिलेंडर की भी एक्सपायरी तिथि होती है | और इस तरह से एक्सपायरी तिथि के बाद के सिलेंडर घर के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक होते है और कभी भी बम की तरह फट सकते है | आपके थोड़ी सी साबधानी एक बड़े दुर्घटना होने से बचा सकते है |

चुकी आज कल के भागम-भाग व व्यस्त जिन्दगी में ऐसे विषय के बारे में ध्यान देने के लिए लोगों के पास वक्त ही नहीं होता है | हमलोग जानकारी के आभाव और परेशानी से बचने के लिए इस ओर बिलकुल ध्यान ही नहीं देते है | ज्यादा से ज्यादा हमारी नजर वजन और सील के ऊपर इंगित रहता है | पर सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जानकारी नहीं होने के कारण एलपीजी आपूर्ति करने वाली कंपनी फायदा उठा लेती है | आजकल तिथि पार कर चुकी सिलेंडर रिफिल होकर धरल्ले से घरों में पहुंचाई जा रही है |

आए दिन कोई न कोई दुर्घटना गैस सिलेंडर के फटने के कारण होते रहते है | कुछ महिना पहले भी एक नहीं दो हादसा पानीपत गैस सिलेंडर लिक होने के कारण हुए |अगर उपभोक्ता इसके प्रति जागरूक होते तो शायद इस तरह के हदशा से बचा जा सकता था | अतः हमें इसके बारे में जागरूक होनी चाहिए और अपनी जानकारी औरों के साथ भी बांटनी चाहिए ताकि इस तरह के हादशा की पुर्नावृति भविष्य में न हो |

एक्सपायरी डेट का पता इस तरह से लगा सकते है :-- सिलेंडर के उपरी हिस्सा जो पकड़ने के लिए सर्किल बना होता है | इसके निचे तिन पट्टियों में से एक पर काले पेंट से कोड में सिलेंडर की " एक्सपायरी डेट " अंकित होती है |

इसमें ए, बी, सी, या दी अंकित होते है और उसके साथ दो नंबर लिखे होते है | साल की पहली तिमाही ( जनवरी, फरवरी व मार्च ), बी साल की दूसरी तिमाही ( अप्रैल, मई व जून ), सी साल की तीसरी तिमाही ( जुलाई, अगस्त व सितम्बर ), और डी साल की चौथी तिमाही ( अक्टूबर, नवम्बर व दिसंबर ) को दर्शाता है | जबकि अंक वर्ष को दर्शाते है |कृपया ऊपर के दोनों तस्वीर को ध्यान से देखें |
यानि यदि सिलेंडर पर " बी 07" कोड अंकित है तो इसका मतलब है की सिलेंडर का एक्सपायरी समय जून 2007 है | इसके बाद इस सिलेंडर का रसोई घर में होना एक जीता-जगता बम से कम नहीं आंकना चाहिए |अतः हमें इस तरह के सिलेंडर लेने से बचना चाहिए |

सिलेंडर से हुए हादशे के बाद गैस कंपनी की तरफ से मुआवजा देने का भी प्रावधान है | इसमें उपभोक्ता को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराया जाता है | इसके तहत हादशा होने पर उपभोक्ताओं को 10 लाख रुपैये तक की राशी प्रदान की जाती है | इसके लिए उपभोक्ता को तुरंत डीलर को सूचित करना चाहिए | डीलर वहां सर्वेयर को भेजकर सर्वे कराता है और उचित मुआवजा राशी प्रभावित उपभोक्ता को दी जाती है | पर एक बात का ध्यान रहे की अवैध रूप से इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ता को मुआवजा नहीं दिया जाता है |

एलोवेरा के कोई भी स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद 15 % छूट पर खरीदने के लिए admin@aloe-veragel.com पर संपर्क करें और ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

May 27, 2010

हिंदी ब्लोगर मिलन का समारोह सुखद अनुभित के विलक्षण पल


वैसे तो समारोह और सेमिनार से मेरा वास्ता पड़ता ही रहता है | जैसा की आप सब जानते है स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े होने के कारण वर्ष में करीब चार बार बड़े स्तर का सेमीनार होता ही रहता है जहाँ की संख्या हजारों में होती है | परन्तु हिंदी ब्लोगर मिलन का समारोह एक अद्धभुत एहसास रहा |

चुकी इस अद्धभुत दुनिया में कुछ महिना पहले ही जुड़ा हूँ , इसीलिए ज्याद जानकारी इस सम्बन्ध में नहीं है | परन्तु इस खुबसूरत दुनिया के समक्ष लाने में जिन्होंने सबसे ज्यादा प्रयास किया है वो हमारे बिच एक चर्चित चेहरा है और वो पुराने मित्र भी है --- जी हाँ मैं बात कर रहा हूँ रतन सिंह शेखावत जी का | वो मेरे बड़े भाई जैसे है |

जहाँ तक शुरुआत के कुछ पोस्ट भी उन्ही के द्वारा कलमबद्ध किया गया है |अतः मैं सबसे पहले धन्यबाद करना चाहूँगा रतन सिंह जी का जिनके माध्यम से आप जैसे बुद्धिजीवी वर्ग के मध्य थोडा समय गुजारने का अवसर मिला | समारोह में मैंने लोगों को सुना और देखा वो बयां करने वाली बात नहीं है सिर्फ एहसास ही कर सकते है |खासकर वो एक सुखद अनुभूति के विलक्षण पल था |

धन्यबाद मैं समारोह में उपस्थित सभी का करना चाहूँगा | उन सबमे खास-खास लोग जिनके साथ मेरी बात हुई ललित जी, अजय झा जी, धीरज जी,राकेश तनेजा जी, इरफ़ान भाई, डॉक्टर साहेब इत्यादि और हमारे पुराने अजीज मित्र जो करीब एक दशक के उपरांत मिले थे , हमारे अपने जय कुमार झा जी | जय कुमार झा जी के बारे में तो मेरी राय यह है की वो पहले भी एक जुझारू स्तर के व्यक्ति थे और आज भी है | हम दोनों कभी साथ एक कंपनी में काम किया करते थे | आज धन्यबाद करना चाहूँगा एक बार फिर से अविनाश जी का जिन्होंने एक बिछुड़े हुए साथी मिला दिया |

कार्यक्रम के उपस्थित कुछ वरिष्ट ब्लोगर की विचारों की पंख अभी भी मानस पटल पर विचरित कर रही है | चुकी समारोह में मैं थोड़ी देर बाद सिरकत की थी तो ज्यादा लोगों के विचार नहीं सुन पाया | सहगल जी ने ब्लोगिंग के बारे में कहा की वो तनाव कम करने के लिए ब्लोगिंग करते है | बिलकुल सहमत हूँ , तनाव तो कम होना ही चाहिए परन्तु कभी-कभार कुछ व्यक्ति अपनी तनाव को कम करने के प्रयास में अपने साथी ब्लोगर को तनाग्रस्त कर देते है |

स्वस्थ विचारों का आदान-प्रदान होना चाहिए | विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तो होनी ही चाहिए | परन्तु किसी के बारे में ,किसी मजहब,समुदाय के बारे में लिखने से पहले उन्हें जरुर ख्याल रखना चाहिए की कहीं किसी के भावना को ठेंस न पहुंचे |

जैसा की संगीता पूरी जी अपनी बात रखी थी --- यहाँ जितने लोग बैठे है ,सब एक दुसरे से भिन्न है , उनकी सोच, भाषा, प्रान्त, रहन-सहन का तरीका सब एक दुसरे से अलग है |मतलब विचारों की टकराव तो सुनिश्चित है परन्तु हमें उन सब में उस विचारों की प्राथमिकता देनी होगी जो हमारे लिए जरुरी है | चुकी जब लोग अपनी-अपनी बाते करेंगे तब जाकर , उन्ही में से हमें कुछ अच्छे बात निकल कर सामने आएगी |

वैसे भी वर्तमान में देश के सामने समस्याओं का अम्बार है
, जिसे मुख्य तौर पर हमें उठाना चाहिए | चाहे वो राजनीति क्षेत्र हो , स्वास्थ्य से सम्बंधित क्षेत्र व और भी ऐसे क्षेत्र है जहाँ समस्या अपनी जड़ें जमा रखी है | हमें उनके बारे में लोगों को अपने पोस्ट के माध्यम से जागरूक करना होगा | उन्हें इसके सम्बन्ध में उचित परामर्श देना होगा ताकि लोगों को इसका उचित लाभ मिल सकें |

संगठनात्मक शक्ति का तो लाभ हमें जरुर मिलेगा | वो चाहे कोई भी क्षेत्र हो, जो संगठित है वो सुरक्षित है, उनके पास जनसमूह की ताकत होती है | अतः मेरी राय आप सबके साथ है, संगठन तो होनी ही चाहिए और सक्रीय व सुचारू रूप से आगे बढे इसके लिए हमें भरसक प्रयत्न करनी चाहिए

मेहनत और इमानदारी से अगर हम एक जुट होकर काम करते है तो कामयाब होना लगभग तय है | निश्चित तौर पर हम कदम दर कदम कामयाबी की बुलंदियों पर पहुँच जायेंगे |
ये आप सब के लिए है : -------------------
"जो सफ़र की शुरुआत करते है, वही मंजिलों को पार करते है
और आप जैसे मुसाफिरों को तो रास्ते भी इन्तेजार करते है |"

एलोवेरा के कोई भी स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद 15 % छूट पर खरीदने के लिए admin@aloe-veragel.com पर संपर्क करें और ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें
"एलोवेरा " ब्लॉग ट्रैफिक के लिए भी है खुराक |
अरे.. दगाबाज थारी बतियाँ कह दूंगी !

Mar 12, 2010

रोजाना जो खाना खाते हो वो पसंद नहीं आता ? उकता गये ?

रोजाना जो खाना खाते हो वो पसंद नहीं आता ? उकता गये ?
............ ... ........... .....थोड़ा पिज्जा कैसा रहेगा ?


www.kute-group.blogspot.com



नहीं ??? ओके ......... पास्ता ?
नहीं ?? .. इसके बारे में क्या सोचते हैं ?



आज ये खाने का भी मन नहीं ? ... ओके .. क्या इस मेक्सिकन खाने को आजमायें ?

www.kute-group.blogspot.com


बर्गर्सस्स्स्सस्स्स्स ? ???????
www.kute-group.blogspot.com

दुबारा नहीं ? कोई समस्या नहीं .... हमारे पास कुछ और भी विकल्प हैं........
ह्म्म्मम्म्म्म ... चाइनीज ????? ??




ओके .. हमें भारतीय खाना देखना चाहिए ....... J ? दक्षिण भारतीय व्यंजन ना ??? उत्तर भारतीय ?

www.kute-group.blogspot.com
जंक फ़ूड का मन है ?

www.kute-group.blogspot.com


हमारे पास अनगिनत विकल्प हैं ..... .. टिफिन ?

www.kute-group..blogspot.com

मांसाहार ?
www.kute-group.blogspot.com

ज्यादा मात्रा ?

www.kute-group.blogspot.com

या केवल पके हुए मुर्गे के कुछ टुकड़े ?
आप इनमें से कुछ भी ले सकते हैं ... या इन सब में से थोड़ा- थोड़ा ले सकते हैं ...
अब शेष बची मेल के लिए परेशान मत होओ....
मगर ॥ इन लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है ...

www.kute-group.blogspot.comwww.kute-group.blogspot.comwww.kute-group.blogspot..com www.kute-group..blogspot.com


इन्हें तो बस थोड़ा सा खाना चाहिए ताकि ये जिन्दा रह सकें ..........

इनके बारे में अगली बार तब सोचना जब आप किसीकेफेटेरिया या होटल में यह कह करखाना फैंक रहे होंगेकि यह स्वाद नहीं है !!

www.kute-group.blogspot.com

इनके बारे में अगली बार सोचना जब आप यह कह रहेहों ... यहाँ की रोटी इतनी सख्त है कि खायी ही नहींजाती......


www.kute-group.blogspot.com


कृपया खाने के अपव्यय को रोकिये
अगर आगे से कभी आपके घर में पार्टी / समारोह हो और खाना बच जाये या बेकार जा रहा हो तो बिना झिझके आप
1098 (केवल भारत में )पर फ़ोन करें - यह एक मजाक नहीं है - यह चाइल्ड हेल्पलाइन है । वे आयेंगे और भोजन एकत्रित करके ले जायेंगे
कृप्या इस सन्देश को ज्यादा से ज्यादा प्रसारित करें इससेउन बच्चों का पेट भर सकता है


'मदद करने वाले हाथ प्रार्थना करनेवाले होंठो से अच्छे होते हैं ' - हमें अपनामददगार हाथ देंवे

सभी मित्रों को आगे से आगे यह सन्देश भेजें …



एलोवेरा के कोई भी स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद के लिए admin@aloe-veragel.com पर संपर्क करें और ज्यादा जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

ज्ञान दर्पण
ताऊ .इन